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Monday 19 February 2018

गीत जिंदगी का

यू नहीं आँधियों से घबराइए
गीत जिंदगी का गुनगुनाते जाइये

देख कर हँसेंगी ये बेरहम दुनिया
आँसू आंख में न हरगिज़ लाइए

गुज़रेंगे लोग और भी इधर से
राह से काँटे हटाते जाइये

मंज़िल मिलेगी एक दिन ज़रूर आपको
कदम बस यूं ही बढ़ाते जाइये

सामना हो भी जाये गर दुश्मनों से तो
दोस्ती के रिश्ते हमेशा यूँ ही निभाते जाइये

ज़हरीली हुई हैं सुरा आजकल
आप निग़ाहों से पिलाते जाइये

ये बस्तियां भरी हैं नफरतों से
प्यार का सूरज यहाँ पर उगाईये
©®@शकुंतला  फैज़ाबाद

23 comments:

  1. बहुत खूबसूरत रचना

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    1. शुक्रिया लोकेश जी

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  2. ये बस्तियां भरी हैं नफरतों से
    प्यार का सूरज यहाँ पर उगाईये-- बहुत सुंदर -- प्रिय शकू --

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    1. बहुत बहुत आभार रेणु जी

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  3. बहुत खूब लिखा ... लाजवाब रचना

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    1. शुक्रिया प्रिय नीतू जी

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  4. वाह ! क्या बात है ! लाजवाब प्रस्तुति ! बहुत खूब आदरणीया ।

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    1. बहुत आभार आदरणीय

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  5. मेरी जिंदगी का
    हर पल अधूरा है
    सवालो से घिरी
    जिंदगी जवाब अधूरा है
    कब्र मे लटकते पाँव अब
    तो सफर ही पूरा है

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  6. बहुत आभार आदरणीय

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    1. बहुत आभार आदरणिया अनुजा आपका ।। हम चाहे कितना ही सही तरीके से जिंदगी को जीने की कोशिश करे कुछ सवालो के जवाब अधूरे ही रह जाते है ।। तब चंद पंक्तिया लिखी आदरणिया जी

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    2. हर्ष हैं कष्ट से छाँव हैं धूप से
      जिंदगी वस्तुतः एक संघर्ष है
      आपकी इतनी प्रोत्साहन से भरी पंक्तियों से मन में एक उत्साह होता हैं तथा प्रेणा मिलती हैं आपका बहुत आभार आदरणीय

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  7. आपकी लिखी रचना आज "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 21फरवरी 2018 को साझा की गई है......... http://halchalwith5links.blogspot.in/ पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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    1. बहुत आभार पम्मी जी आपको मेरी रचना पसंद आई

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  8. मंज़िल मिलेगी एक दिन ज़रूर आपको
    कदम बस यूं ही बढ़ाते जाइये
    वाह!!!
    बहुत ही सुन्दर...
    लाजवाब रचना

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  9. शुक्रिया सुधा जी

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  10. बहुत सुंदर !लाजवाब !

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    1. मीना जी बहुत आभार

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  11. आपकी लिखी रचना "मित्र मंडली" में लिंक की गई है https://rakeshkirachanay.blogspot.in/2018/02/58.html पर आप सादर आमंत्रित हैं ....धन्यवाद!

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    1. बहुत आभार आपको मेरी रचना पसन्द आई
      बहुत शुक्रिया आपका मेरी रचना को मित्र मंडली में स्थान दिया

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  12. शुक्रिया आपको पसंद आई

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  13. आशाओं के बीज रोपती सुन्दर अभिवयक्ति. बधाई एवं शुभकामनायें.

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    1. जी बहुत आभार आपको मेरी रचना पसन्द आई

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